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शुक्रवार, २४ मे, २०१३

सोमवार, २० मे, २०१३



ख्वाहिश 

रब करे फिरसे वो दिन आए,
हम आपके कंधे पे सर रखे,
आपके हाथों में अपना हाथ दे,
और निडर होके जीवन की राह चले|

रब करे फिरसे हम मिले,
हमारी ख़ुशी आप संग बाटे,
आपके गम में हम रोए,
और हमारे बिच कभी फासले न आए|

रब करे हमारी राहे एक हो जाए,
और कोई हो ना हो आप मेरे साथ रहे,
कठिनाईयों को हम आसानी से पार करे,
और हमारी मजिल पाने में सफल रहे|

रब करे हम आपसे ऐसे जुड़ जाए,
की फिर कभी जुदा ना होए,
आपके साथ बुढ़ापा देखे,
और आपकी बाँहों में दम तोड़े|

रब करे हमारे ख्वाब हकीकत बन जाए,
आपके साथ ही हम अपनी जिंदगी बिताए|